यूटाह में स्थानीय समाचार के भविष्य को प्रभावित करने वाले मुद्दे क्या हैं?
अरे वाह! यूटाह में स्थानीय समाचार के भविष्य को प्रभावित करने वाले मुद्दे, है ना बड़ा अजीब सा टॉपिक? ठीक है, तो पहला मुद्दा तो है डिजिटल युग की आगमन, जिसने अखबारों को ही नहीं, बल्कि मेरी दादी की सिलाई की किताबें भी डिजिटल फॉर्म में बदल दी हैं! दूसरा कर्णधार है सोशल मीडिया का, जिसने सभी को अपनी खबरें शेयर करने का मौका दिया है, चाहे वो मेरे पड़ोसी का कुत्ता हो, जो हर रोज उनके बगीचे में गड्डा खोदता है। और हां, तीसरा मुद्दा है वाणिज्यिकता और विज्ञापन, जिसने खबरों को भी एक बिक्री की वस्त्र बना दिया है। अरे, और भूल ही गया, चौथा मुद्दा है सत्ता और राजनीति का, जिसने खबरों को अपनी मर्जी के अनुसार मोड़ने का काम किया है। अब बताओ, इन सब मुद्दों के बीच में, मेरी दादी की सिलाई की किताबें कैसे बचेंगी!
और देखेंउत्तर में उत्तर में उताह में स्थानीय समाचार के भविष्य के लिए क्या मुद्दे हैं?
उत्ताह में स्थानीय समाचार के भविष्य के लिए कुछ मुद्दे हैं। प्राथमिकता उत्ताह के प्रांतों को उनके स्थानीय समाचार के विवरणों के साथ समझने में मदद करने के लिए दी जानी चाहिए। उत्ताह के लोगों को उनके स्थानीय समाचार के सम्बन्ध में विश्वसनीय और उत्तम सूचना प्राप्त करने के लिए तत्कालीन माध्यमों का उपयोग किया जाना चाहिए। उत्ताह के स्थानीय समाचार पत्र को भविष्य में समर्पित रूप से बनाने के लिए संघर्ष किया जाना चाहिए। उत्ताह में स्थानीय समाचार के भविष्य के लिए सम्पत्ति आयोग द्वारा कोई व्यवस्था बनाई जानी चाहिए ताकि उत्ताह के लोगों को उनके स्थानीय समाचार से संबंधित समझदार और सही सूचना मिल सके।
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